ध्यान दे !! अगर आप 8 के अंक से जुड़े है

shanidev1

शनि (Saturn) कर्म प्रधान ग्रह है सभी ग्रहों में न्यायाधीश कहा जाता है है , अंक शास्त्र  (numerology) में 8 का शनि का अंक है , इस अंक से जुड़े लोग विशेषकर 8 जन्मांक (psychic) के लोग , जिनका जन्म किसी भी माह की 8 , 17 और 26 तारीख को हुआ हो , अपने संघर्ष से ही सीख सीख कर जीवन में आगे  बढ़ते है और ऊंचाइयां हासिल करते है,  परन्तु ये भी सत्य है की चढ़ाई इतनी कठिन होती है की बहुत कम लोग ऊपर तक जा पाते है क्योंकि शनि   बिना परीक्षा लिए कुछ नहीं देता ।  

शनि का कार्य ही प्रताड़ना दे कर सिखाना  है , अतः इस अंक इसे कोई भी व्यक्ति कैसे भी जुड़ा हो उसको सफलता आसानी से नहीं मिलती , ये बात अलग है की अगर जन्म कुंडली (horoscope) में शनि (saturn) मजबूत अवस्था में है तब संघर्ष कम रहता है क्योंकि कहते है अगर कुंडली में शनि  कमजोर है तो संघर्ष बहुत कठिन होता है अन्यथा शनि स्वयं सहायता कर सफर को आसान करते है।

An informative Writeup on Saturn

इस अंक से जुड़े अधिकांश लोगो को संघर्ष शील ही देखा है , यंहा तक की अगर 8 के जोड़ वाले घर में भी कोई  रहा रहा है , जैसे 8 ,80 ,17 , 35  या कोई और तो वंहा आपको स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओ की अधिकता दिखेगी , इन अंको से जुड़े घरो में रह रहे लोगो को अपनी परस्थिति को सुधारने के लिए अन्य प्रयासों के अलावा ज्योतिषीय प्रयासों पर भी ध्यान देना चाहिए , अगर कुंडली में शनि प्रबल है और 8 के जन्मांक वाले लोग शनि प्रधान व्यवसाय (तेल , प्रॉपर्टी , खेती , कोयला , लोहा, सामाजिक कार्य या भूमि से जुड़े कोई भी ) करे तो सफलता बहुत जल्दी मिलती  है और  ये भी  है की शनि के कमजोर होने की स्थिति में बहुत ही अधिक विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए दयनीय स्थिति को भोगना पड़ता है। 

8 के अंक का उपयोग करने के लिए भी , चाहे 8 के अंक के जोड़ का वाहन हो , भवन हो , फोन हो या दफ्तर शनि का कुंडली में प्रबल होना आवश्यक है , कमजोर शनि के लोगो के लिए ये प्रयास दिक्कत  खडी कर सकता है, ऊपर से अगर शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रहा हो तो करेला ऊपर से नीम चढ़ा।  4 जन्मांक वालो के लिए भी  किसी भी तरह 8 से जुड़ना समस्या का कारन होता है , बाकि 5 और 7  जन्मांक वालो शनि (8 ) का भरपूर सहयोग मिलता है या ऐसा कह लो की 8 जन्मांक वालो को 5 और 7 अंक  के उपयोग से पीड़ा कम हो जाती है 

Major Obstructions of Life and their Solutions..Click

26  मई 2014  को पद भार  ग्रहण कर मोदी जी ने सत्ता संभाली , जो की स्वयं भी 8   जन्मांक के व्यक्ति है और शनि प्रधान व्यक्ति है परन्तु कुंडली में उपस्थित प्रबल शनि ने उन्हें  विदेश में अपर लोकप्रियता दिलाई, शायद उन्होंने शपथ ग्रहण के लिए ये दिन उन्होंने इसीलिए चुना ताकि शनिदेव और 8 का सहयोग  मिल सके, उन्हें शनि का सहयोग  मिला इस बात का सबसे अच्छा   उदहारण ये है की उनके सत्ता संभालते ही विदेशी बाजार में तेल (शनि) का मूल्य गिर गया और उन्हें देश को अर्थ व्यवस्था को संभालने का मौका मिल गया, ये बात अलग है की 26  तारीख को बनी सरकार की वजह से देश  की जनता अभी अच्छे समय के इंतज़ार में है।

जन्म कुंडली में शनि प्रबल होने की परिस्थिति के बाद भी ये सत्य है की जीवन में उतार  चढ़ाव की सम्भावनाये बहुत प्रबल रहती है , ऐसे लोग जिनका (Name Number) नामांक 8  होता है उन्हें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे क़ानूनी अड़चने , स्वास्थ्य  की समस्याए और आर्थिक परेशानिया हालाकि  Barack Obama , Gauri Khan (Shahrukh khan ‘s Wife ) और Saniya Mirza जैसे कई अपवाद भी है।  हलाकि इसे शनि की विशेष कृपा के अलावा कुछ यही कहेंगे क्योंकि इतनी अधिक लोकप्रियता सिर्फ शनि के कुंडली में  मजबूत होने से ही मिल सकती है।


कुल मिला कर बात कर्म प्रधान होने  की आती है की अगर इस अंक (8 ) से जुड़े लोगो को जीवन में स्थायी सफलता प्राप्त करनी है तो दुसरो के हितो की पहले चिंता करनी होगी और  लालच पूरी तरह से त्यागना होगा तभी इस अंक का पूर्ण लाभ प्राप्त होगा , अगर आप इस अंक से जुड़े घर में रहते है तो आप को समाज सेवा और जरूरतमंदों  की सहायता  के लिए  संकल्पित रहना होगा तब उस निवास में सुख – शांति के साथ समृद्धि बनी रहेगी।

शनि देव को प्रसन्न करने के आसान उपाय :

   

1 . पीपल के वृक्ष की नित्य परिक्रमा करे और संध्या के समय उसके पास दीपक जलाये। 

2. शनि अगर कुंडली में अत्यन्त दूषित है तो पीपल के पौधे रोपित करते रहे। 

3 . हनुमानजी की आराधना भी शनि देव को प्रसन्न करने में मददगार साबित होती है। 

4 . शनिवार के दिन शनिदेव की मूर्ति पर तेल  चढ़ाये और जरूरतमंदों को भोजन सामग्री वितरित करे। 

5 . कमजोर वर्ग की हर संभव मदद करे। 

Pankaj Upadhyay,

Indore

www.pankajupadhyay.com

 

Share

Comments

Write a Reply or Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *



*